19 सितम्बर को ई मेल से मिले इंडियन मुजाहिदीन के एक कथित संदेश में कुछ मुस्लिम विरोधी घटनाओं का जिक्र था, जिसमें खास था मध्य प्रदेश के रतलाम में ईद के दिन की घटना। उस ई मेल पर किसी अल अरबी के दस्तखत थे और तारीख 19 सितम्बर की ही पड़ी थी। इसके अलावा 17 सितम्बर को कश्मीर में सुरक्षा बलों के हाथों कितने लोग मारे गये थे इसका भी उल्लेख था। इसका मतलब हुआ कि आलोच्य ई मेल का मसौदा 17 से 19 सितम्बर के बीच तैयार किया गया था।
ई मेल की भाषा परिष्कृत अंग्रेजी में थी और व्याकरण, प्रयोग तथा टाइपिंग की मामूली अशुद्धियां थीं। इसके अलावा लिखने वाले को कुरान शरीफ के बारे में पूरा ज्ञान था। उसमें कई उद्धरण ओसामा बिन लादेन के थे पर कहीं बिन लादेन का नाम नहीं था। ई मेल का अंतिम पैरा तो बिन लादेन के परवेज मुशर्रफ के विरुद्ध संदेश से अक्षरश: लिया गया था।
सितम्बर 2007 के इस संदेश में ओसामा बिन लादेन ने कहा था कि... अगस्त 2007 में लाल मस्जिद पर दबिश देने वालों पर अल्लाह का कहर टूटेगा।... हालांकि उस ई मेल में कहीं भी नहीं कहा गया है कि 19 सितम्बर को जामा मस्जिद पर हमले की जिम्मेदारी वे लेते हैं पर यह जरूर कहा गया कि... हमले की इस कार्रवाई को वे अल्लाह को समर्पित करते हैं।..
कॉमनवेल्थ गेम्स के सम्बंध में उस ई मेल में कहा गया है कि... एक तरफ जहां मुसलमानों का लहू पानी की तरह बह रहा है, वहीं आप खेलों के जलसे कर रहे हैं। बेशक यह बच्चों का खेल नहीं है। हम अल्लाह के शेरों ने इससे बाज आने की चेतावनी दी थी। हमें मालूम है कि खेलों के जलसे की तैयारियां जोरों पर हो रही हैं तो मालूम हो कि हम भी तैयार हैं और तहलका मचा देंगे। इसके लिये इस जलसे में शामिल होने वाले जिम्मेदार होंगे। हमारे मुजाहिदीनों का जत्था मौत से उतनी ही मुहब्बत करता है, जितनी आप जिंदगी से। '
आखिरी पंक्ति... हमारे मुजाहिदीनों का जत्था मौत से उतनी ही मुहब्बत करता है जितनी आप जिंदगी से... को लाल रंग से चिन्हित किया गया था। इससे यह निष्कर्ष निकलता हे कि इंडियन मुजाहिदीन फिदायीं हमले करने अथवा आत्मघाती आतंकवाद आरम्भ करने जा रहे हैं। हालांकि इंडियन मुजाहिदीन ने अब तक ऐसा नहीं किया है। पूरे ई मेल में कश्मीर में मुसलमानों पर जुल्मों की बात ही थी और उसकी निन्दा ही थी पर उससे संकेत मिलते हैं कि इंडियन मुजाहिदीन मुस्लिम एकजुटता के आधार बदले की कार्रवाई का अभियान शुरू करना चाहता है और संभवत: दिल्ली, मुम्बई और रतलाम ही निशाना हो।
Tuesday, September 21, 2010
फिदायीं हमले का खतरा बढ़ा
Posted by pandeyhariram at 4:21 AM
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