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Wednesday, September 25, 2019

हाउडी मोदी : पीएम ने जो चाहा वह पाया

हाउडी मोदी : पीएम ने जो चाहा वह पाया

अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उसमें शामिल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हो इतनी शोहरत मिली कि उसके आगे दुनिया के सभी राजनेता  फीके पड़ गए हैं। इमरान खान तो बेभाव के हो गए। उन्हें कई मौके पर कश्मीर को लेकर ट्रंप की मीठी झिड़की भी सुननी पड़ी।  पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की है संयुक्त उपस्थिति एक तरह से भारत अमेरिका संबंधों  की सशक्त अभिव्यक्ति थी और लोगों तक यह संदेश गया कि दोनों  देशों के संबंध काफी मजबूत हैं और आने वाले दिनों में और भी मजबूत होंगे। ट्रंप और मोदी की एक साथ मौजूदगी ने यह भी संकेत दिया कि कश्मीर के बारे में भारत के निर्णय से अमरीका  को मतभेद नहीं है । यही नहीं उस दिन से आज तक आतंकवाद पर जो बात हुई उससे साफ जाहिर होता है कि दोनों देश के मध्य आतंकवाद एक ऐसा धागा है जो दोनों को उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए जोड़ता है। ट्रंप ने अपने भाषण में कहा कि "आपने कभी भी राष्ट्रपति के रूप में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बढ़िया मित्र नहीं देखा होगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस हकीकत को जानते हैं।" इसके बाद बड़े सोचे समझे गए जुमले के रूप में ट्रंप ने " रेडिकल इस्लामी आतंकवाद " शब्द का प्रयोग किया और साफ कहा कि वे भारत को रेडिकल इस्लामी आतंकवाद से बचाने के लिए सब कुछ करेंगे। जबकि इस बात से बिल्कुल साफ संदेश जाता है कि भारत हमला करे। उधर नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में पाकिस्तान की तरफ इशारा करते हुए 9/11  और 26/11 की बात कही और कहा वह अब इसके खिलाफ भारत की सुरक्षा करेंगे इससे साफ संकेत जाता है कि वे अब निशाने पर वार करेंगे।
         हाउडी मोदी चीन और पाकिस्तान के लिए भी एक इशारा था। ट्रंप और मोदी हाथों में हाथ डाल घूम रहे हैं ,प्रशंसा बटोर रहे हैं। यह खुद एक कहानी कहता है । इस तरह के  तमाशें का आयोजन  में मोदी के लोगों खास करके राजनीतिक प्रबंधकों को महारत  हासिल है। लेकिन इस बार मोदी जी कई कदम आगे चले गए और अमेरिकी सियासत को अपना बनाकर उन्होंने भारतीयों की भावनाओं का उपयोग किया। जब के वहां 2020 में चुनाव होने वाले हैं। अब अमेरिका में रह रहे भारतीय एवं जो डेमोक्रेटिक पार्टी के समर्थक हैं वे अब कितना रिपब्लिकंस की तरफ जाएंगे यह तो समय बताएगा लेकिन यह साफ दिख रहा है अमेरिका भारतीय समुदाय बदल रहा है। ट्रम्प ने अमेरिका के 44 लाख भारतीयों को एक मॉडल बनाया है। एक ऐसा मॉडल जो अमरीकी अर्थव्यवस्था वृद्धि सहयोग करता है। भारत अमेरिका संबंध अभी तक कभी भी इतने घुले मिले नही थे। ट्रम्प ने 2016 में कहा था "अबकी बार मोदी सरकार।" मोदी जी ने 2020 के चुनाव के लिए यही नारा दिया अबकी बार ट्रैम्प सरकार।" सवाल  यह नहीं है कि कश्मीर में जो मोदी सरकार ने किया उसे देखकर अमेरिकी डेमोक्रेट्स को कोई दिक्कत आ रही है। कुछ लोगों ने हिंदू अमेरिकी फाउंडेशन के आक्रामक कार्यों का भी जिक्र किया है । इसमें भारतीय मूल के एक अमेरिकी कांग्रेस सदस्य आर ओ खन्ना का भी जिक्र आया है ।जिसमें उन्हें 230 भारत अमेरिकी संगठनों ने दबाव दिया है कि वह पाकिस्तानी गुट को छोड़ दें। मोदी और ट्रंप आने वाले दिनों में कुछ ठोस विकास को स्वरूप देंगे। यह विकास चाहे सुरक्षा हो या  आतंकवाद विरोधी सहयोग हो और इसे भारत अमेरिकी समुदाय देखेगा तथा इसका असर पड़ेगा।
     

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