14 अगस्त को कोलकाता सहित बंगाल के कई भागों में उपद्रव की साजिश
लड़ाकों की तेजी से भर्ती शुरू, जल्दी ही सुंदरवन के रास्ते लाये जा सकते है असले
कोलकाता:प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता दिये जाने की संभवत: घोषणा करने वाले हैं। खास कर, दक्षिण एशियाई देशों अफगानिस्तान , पाकिस्तान और बंगलादेश के हिंदू शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता दिये जाने की योजना है। सरकार की इस तैयारी की इस तैयारी के मद्देनजर बंगलादेश के खुलना डिवीजन बागेरहाट की विख्यात एक मस्जिद में पिछले शुक्रवार (15 जुलाई 2016) की नमाज के बाद जे एम बी बंगलादेश , हूजी, जैश ए मोहम्मद और आई एस की एक लम्बी बैठक हुई और इस बैठक में ‘मुहाजरीन वा अंसार’ नाम का एक नया संगठन बनाया गया है। इसका काम भारत में उपद्रव करना है। इस बैठक में आई एस सरगना मौलाना उमर के भी आने की सूचना थी पर एन एस आई की चौकसी के कारण शायद वह नहीं घुस पाया। बंगलादेश के उच्च सुरक्षा सूत्रों से मिलनेवाली जानकारी के मुताबिक इसके पहले चरण में बंगाल , असम और बंगलोर है। योजना के अनुसार 14 अगस्त की रात 12 बजे या मोदी जी की घोषणा के तुरत बाद अचानक उपद्रव शुरू कर दिये जायेंगे। इसबार निशाने पर कई अफसर और नेता हैं। उपद्रव की शुरुआत मुफीद समय कब होगा इसका फैसला मौलाना उमर को करना है। सूत्रों के मुताबिक यह जानकारी बंगलादेश एन एस आई को है परंतु उसने भारत सरकार को यह शेयर नहीं किया है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक वहाबी वचर्स्व वाले बंगलदेशी समाज में इसे हिंदू समर्थक कदम माना जायेगा और शेख हसीना को भी खतरा बढ़ जायेगा। शेख हसीना पहले से ही उनके निशाने पर हैं और संभवत: उसी दिन यहां भी उपद्रव आरंभ हो जाएं। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता एवं बंगलादेश के राष्ट्रपिता शेख मुजीबुर्रहमान की हत्या भी 15 अगस्त को ही हुई थी।
बंगाल में इसकी शुरूआत 24 परगना, हावड़ा और कोलकाता से किये जाने की तैयारी है। यह आशंका और प्रबल हो जाती है क्योंकि इन तीनों क्षेत्रों में मुस्लिम आबादी लगभग 28 प्रतिशत है जबकि भारत के विभाजन के पूर्व यह 27 प्रतिशत से कम थी। इसके साथ ही उस समय आतंकवाद नहीं था बस एक सियासी शिगूफा था तब क्या हालत हुई थी वह इतिहास में दर्ज है।
क्या है तैयारी
योजना के अनुसार हथियार तथा विस्फोटक जितनी जल्दी हो सके बागेरहाट पहुंचा दिया जायेगा। खबर है कि मंगलवार तक हथियारों और विस्फोटकों की एक खेप बागेरहाट पहुंच जायेगी। यह जगह सुंदरवन डेल्टा में है जहां से भारत में आना एक दम सरल है। क्योंकि डेल्टा में क्रीक्स की भूलभुलैय्या है। सैकड़ों ऐसे क्रीक्स हैं जहां बी एस एफ का पहुंचना सरल नहीं है। इसके अलावा बंगाल के प्रशासन के कुछ ऐसे बाईपास है जिनके जरिये यहां घुस पाना सरल है। पहली बात तो यह है कि बंगाल में समुद्र में जाने वाले मछुआरों (सी मैन) के लिये परमिट राज्य सरकार का मत्स्य विभाग (फिशरीज डिपार्टमेंट) जारी करता है। स्थानीय लोगों से भरे इस विभाग के विभिन्न कार्यालयों में ढेर सारे दांव पेंच चलते हैं। जबकि अन्य स्थानों पर जैसे वेस्ट कोस्ट और साउथ कोस्ट में यह बी एस एफ और कस्टम्स की टीम जारी करती है। स्मरणीय है कि मुम्बई हमले के समय समुद्र के रास्ते ही हथियार और हमलावर आये थे।
इसबार अपने भीतर से ही लड़ाके तैयार करने का प्रयास शुरू हुआ है। सूचना के अनुसार माल्दह, मुर्शिदाबाद, दक्षिण दिनाजपुर , उत्तर दिनाजपुर , दक्षिण दिनाजपुर, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना , हावड़ा तथा कोलकाता में लड़ाकों की भर्ती शुरू हो चुकी है। दंगों के दौरान मांग होगी कि मुस्लिम शरणार्थियों को भी भारतीय नागरिकता मिले। दुनिया के सामने भारत सरकार के हिंदूवाद के परिणाम स्वरूप मुस्लिम समुदाय में फैले गुस्से की यह अभिव्यक्ति कही जायेगी।
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