भारत के कई शहरों पर ‘डर्टी बम’ से हमले की तैयारी
मुजाहिद गिरोहों ने हाथ मिलाये, कोलकाता लाये जा रहे हैं रेडियो एक्टिव बम
हरिराम पाण्डेय
कोलकाता : कुख्यात पाकिस्तानी आतंकी और हिज्ब उल मुजाहिदीन का सरगना सैयद सलाहुद्दीन ने जबसे कश्मीर का बदला लेने का कौल उठाया उसदिन से ही बंगलादेश के जमायते उल मुजाहिदीन के हलकों में काफी सक्रियता है। मीर कासिम को फांसी दिये जाने की घटना के बाद गुस्से से उबल रहे जमायत उल मुजाहिदीन ने भारत ओर बगलादेश से बदला लेने की ठानी है। सैयद सलाहुद्दीन के इस कौल के बाद दोनों मुजाहिदीन गुटों में सांठ गांठ हो गयी है। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार सलाहुद्दीन ने डर्टी बम के नाम से मशहूर सौ से ऊपर रेडियो एक्टिव बम एकत्र कर लिया है और उसे जल्दी ही बंगलादेश के चटगांव बंदरगाह पर लाया जायेगा। इस कार्य में पाकिस्तान की आई एस आई भी हिज्बुल मुजाहिदीन की मदद कर रही है। इस कार्य की निगरानी के लिये ढाका के पाकिस्तानी दूतावास में सचिव पद के अफसर को जिममेदारी दी गयी है। ढाका के पाकिस्तानी दूतावास के मुताबिक वह अफसर आई एस आई के मेजर रैंक का अफसर है। पाकिस्तान में इसे कश्मीर का जवाब कहा जा रहा है। तैयारी के अनुसार दुर्गा पूजा और नवरात्रा के दौरान इन बमों का उपयोग किया जा सकता है।
कोलकाता सहित उत्तर प्रदेश , राजस्थान , दिल्ली के कई शहरों में इसका उपयोग किये जाने की योजना है। बंगला देश खुफिया एजेंसी एन एस आई के एक बड़े अधिकारी ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर सन्मार्ग को बताया कि इस तैयारी की खबर उनके पास भी है और उन्होंने भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ को सतर्क कर दिया है पर अभी तक कुछ यहां पहुंचने की खबर नहीं है। उधर , गुरूवार (आज) की सुबह बंगलादेश में एक करोड़ रुपयों के जाली नोटों के साथ गिरफ्तार एक गिरोह ने रैपिड एक्शन बटालियन (रैब)को बताया है कि बहुत जल्दी कुछ अत्यंत खतरनाक सामान कोलकाता पहुंचाये जायेंगे। एन एस आई को संदेह है कि ये सामान रेडियो एक्टिव बम ही हो सकते हैं। रैब के एक अधिकारी ने सन्मार्ग को बताया कि सोमवार को लिये 6 लोगों को एक विशेष मिशन पर कोलकाता भेजा जा चुका है। ये 6 लोग हैं अब्दुल अजीज उर्फ अशराफुल , तंजीर अहमद , मासूमा अख्तर और मकसुदा खातून तथा उनके शौहर क्रमश: नजमुल हसन और शाकिर अहमद। बंगलादेशी खुफिया सूत्रों के मुताबिक ये लोग रेडियो एक्टिव बमों को हैंडल करने के लिये ट्रेंड हैं।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार डर्टी बम कहे जाने वाले ये बम बेहद खतरनाक हैं और इनका असर भी अत्यंत व्यापक होता है। ये बम पाकिस्तानी परमाणु संस्थान के रेडियो एक्टिव सामानों से तैयार किये गये हैं। यह स्पष्ट किया जा सकता है कि यह परमाणु बम की तरह कोई चीज नहीं है। यह रेडियो एक्टिव कचरा है और इसे निपटाने की एक खास विधि होती है। अगर उस सावधानी का पालन ना हुआ तो भयानक आफत आ सकती है। उल्लेखनीय है कि जापान के फुकुशिमा में ऐसी ही घटना असावधानीवश घटी थी जिससे भारी विनाश हुआ था। कहने को तो इसे बम कहते हैं पर इसमें किसी प्रकार का जोरदार धमाका नहीं होता। उल्टे यह जब फटता है तो इससे निकलने वाली विकिरण पूरे वातावरण को रेडियो एक्टीविटी से प्रदूषित कर देती है जिसका बड़े क्षेत्र में लम्बे समय तक भयानक असर होता है। बंगलादेश में मुजाहिदीन के करीबी सूत्रों के मुताबिक इन डर्टी बमों को कोलकाता लाया जायेगा और वहां से उत्तर प्रदेश के कई शहर , दिल्ली और राजस्थान के कई शहरों में ले जाया जायेगा। यहां यह बता देना जरूरी है कि बेहद खतरनाक आतंकी सलाहुद्दीन के कोलकाता में कई डीप असेट्स हैं। वह कई बार कोलकाता आ चुका है। खबर है कि उसके करोड़ों रुपये कोलकाता में कई लोगों ने व्यवसाय में लगा रखा है और यहां से उसका रुपया बरास्ते चटगांव, दुबई से लाहौर ट्रांसफर होता है।
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