आई एस के लोगों को छुड़ाने के लिये हो सकता है नेताओं अफसरों का अपहरण
कोलकाता में ट्रेंड तीन महिला आतंकी बंगलादेश में पकड़ी गयी, कई बड़े लोगों के मोबाइल नम्बर बरामद
हरिराम पाण्डेय
कोलकाता :आई इस ने भारत में पकड़े गये अपने 6 लोगों को छुड़ाने के लिये अफसरों और नेताओं का अपहरण करने और कई जगह औचक हमले करने की योजना बनायी है और इसके लिये भारी धनराशि एकत्र की गयी है। बुधवार की रात केंद्रीय एजेंसियों को एक विदेशी गुप्तचर संस्था ने यह सूचना शेयर की है।
रॉ के एक उच्च पसदस्थ सूत्र के अनुसार इस सूचना के बाद प्रधानमंत्री के लाल किले की प्राचीर से भाषण के लिये कई तरह की वैकल्पिक तैयारी की गयी है और प्रधानमंत्री से अनुरोध किया गया गया है कि वे सुरक्षा ब्लू बुक में विहित निर्देशों का कड़ाई से पालन करें। इस मसले पर शुक्रवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल के साथ सभी नोडल सिक्युरिटी एजेंसीज के प्रमुखों की एक गोपनीय बैठक हुई है। केंद्रीय खुफिया एजेंसी के उच्च पदस्थ सूत्र ने जानकारी दी है कि इन दिनों देश में मेडिकल टूरिज्म में अचानक भारी वृद्धि हुई जिनमें सबसे ज्यादा लोग बंगलादेश से आये हैं और बंगलादेश के आतंकी संगठन जमायत उल मुजाहिदीन बंगलादेश (जे एम बी)ने यहां एक नयी यूनिट बनायी है जिसका नाम यूनिट 65। जे एम बी और आई इस में गहरी सांठ गांठ है। एक तरह से आई एस का कोलकाता में जे एम बी मुखैटा है। जे एम बी के सरगना उस पार से आते हैं और बड़े अस्पतालों के बंद कमरों में यूनिट 65 के लोगों के साथ मिटिंग करते हैं और साजिशें रचते हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार इलाज के नाम पर सबसे ज्यादा लोग बंगलादेश , अफगानिस्तान और नाइजीरिया से आते हैं और यहां आराम से अपना काम करते हैं। यह जान कर हैरत होगी कि गत वर्ष इन तीन देशों से 1 लाख 75 हजार लोग मेडिकल वीसा पर भारत आये हैं जिनमें 44 प्रतिशत केवल बंगलादेश के हैं। सूचना के बाद कोलकाता के कई निजी नर्सिंग होम पर नजर रखने की तैयारी है। खबर है कि आई एस का सहयोगी आतंकी गिरोह जे एम बी के एक्शन विंग ‘गायरी एशर’ का प्रमुख हुसैन अख्तर इन दिनों कोलकाता में है। इधर दो दिन पहले बंगलादेश के टंगाइल जिले के कालिहाटी में गिरफ्तार तीन महिला आतंकी जिनकी शिनाख्त जन्नति, रोजिना और साजिदा के रूप में हुई है और उन्होंने बताया है कि उन्हें मध्य कोलकाता के एक मदरसे में ट्रेंड किया गया है। हालांकि उनके साथ तीन पुरुष भी थे जो अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। कालिहाटी थाने के प्रमुख अखलाकुरजमां ने सन्मार्ग को बताया कि इनकी ट्रेनिंग कोलकाता के किस मदरसे में हुई है इस बात की जांच चल रही। कालिहाटी पुलिस के अनुसार कोलकाता और आसपास के कई मदरसों में ट्रेनिंग चलती है। उन लड़कियों के पास से कोलकाता की कई मशहूर हस्तियों, बड़े व्यवसाइयों और अफसरों के मोबाइल नम्बर मिले हैं। उनके पास से चार मोबाइल फोन भी पकड़े गये हैं जिनमे बंगलादेश का ही सिम है पर उनमें बम बनाने और लगाने की टेकनीक की विडियो है और बम बनाने के फारमूले की विधि का भी लिटरेचर है। यह सूचना एन आई ए को बंगलादेश सरकार ने भेज दी है। भारत के अफसरों और नेताओं के अपहरण में इन्हीं लड़कियों को ‘हनीट्रैप’ के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। भारत में इंडियन मुजहिदीन, स्टुडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया, अल जिहाद और अल उमा के स्लीपर सेल्स इसके सहयोगी हैं तथा जबरन वसूली, ब्लैक मेलिंग, स्मगलिंग और विदेशों से आने वाले धन से इनका सारा कारोबार चलता है।
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