कोलकता के कुछ व्यावसायियों का हूजी के माध्यम से आई एस से संबंध
आई एस के एक सरगना का अक्सर कोलकाता आनाजाना
हरिराम पाण्डेय
कोलकता : कोलकता के कुछ व्यावसायियों का हूजी यानी हरकतुल जिहाद अल इस्लामी ( बांग्लादेश) के माध्यम से आई एस से सीधा संपर्क होने की खबर से भारत और बांग्लादेश की सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है । बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना वाजेद की 7 अप्रैल से भारत यात्रा के मद्देनजर यह सूचना बेहद संवेदनशील मानी जा रही है।
बांग्लादेश खुफिया विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक आई एस के एक सरगना नेयाज मोरशेद रजा और उसकी बीवी जोया चौधुरी 2015 से कई बार कोलकता आ चुके हैं। बँगला देश रैपिड एक्शन फोर्स द्वारा मौलवी बाजार के बोडोहाट के एक मकान पर छापे के को एक आत्मघाती बमबाज के पास से मिले आई एस के एक ट्रेनिंग वीडियो में बहुत ही व्यापक ढंग से हावड़ा तथा सियालदह स्टेशन , हावड़ा पुल तथा कलाकार स्ट्रीट के कुछ इलाकों को दिखाया गया है। बांग्लादेश खुफिया विभाग के एक उच्च पदस्थ सूत्र ने सन्मार्ग को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इन क्षेत्रों में एक्शन के बाद निकल भागने की राह बताने की कोशिश की गयी है। उसी के थैले से मिले कागजात में कोलकता के कई व्यापारियों के नाम और टेलीफोन नंबर हैं । साथ ही उनके सामने मोटी मोटी रकमों का उल्लेख है जो संभवतः उनसे प्राप्त कर किसी दूसरी जगह पहुंचाने या उपयोग में लगाने के लिए होगी। जिस मकान पर छापे पड़े थे वह लन्दन में रह रहे एक व्यापारी सैफुर रहमान का है । रहमान का दक्षिण कोलकता के एक व्यापारी के यहां अक्सर आना जाना होता है। खुफिया सूत्रों के अनुसार दक्षिण कोलकता के इस व्यापारी के ढाका के कई बड़े लोगों से मधुर संबंध हैं। बोडोहाट के जिस मकान पर " रब " के छापे पड़े थे उसमें पाए गए दस्तावेजो के हवाले से सूत्रों ने जानकारी दी कि आई एस के कम से कम 10 "लोन वोल्व्स" (बिना किसी संगठन के अकेले हमले करने वाले आत्मघाती हमलावर) बंगाल में घुस चुके हैं। सूत्रों के अनुसार इस बार उन्होंने किसी बड़े उपद्रव को अंजाम देने की तैयारी की है। चूंकि इसके लिए उन्हें न बाहर से आदमी की मदद चाहिए न धन की। सारा काम उन्हें अकेले करना है।
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