पुलवामा हमले का मुंहतोड़ जवाब
क्षमाशील हो रिपु समक्ष
तुम हुए विनीत जितना ही
दुष्ट कौरवों ( पाक) ने समझा
तुमको कायर उतना ही
भारत ने नियंत्रण रेखा के उस पार बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के आतंकी शिविर सहित दो अन्य ठिकानों पर मंगलवार के तड़के हवाई हमला कर उसे नेस्तनाबूद कर दिया। बालाकोट मुजफ्फराबाद से 24 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम है। यह पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित है। यह वही जगह है जहां भारतीय सीमा पर या फिर अफगानिस्तान में अमरीकी सेना पर हमले की योजना बनाई जाती है । विदेश सचिव विजय गोखले ने इस हमले की जानकारी देते हुए बताया कि हमले में जैश ए मोहम्मद के आतंकी, उसके ट्रेनर ,उसके सीनियर कमांडेंट और कई जिहादियों को खत्म कर दिया गया। मिराज 2000 के 12 विमानों ने तड़के लगभग 3.30 बजे नियंत्रण रेखा के उस पार अचानक हमला बोल दिया और आतंकी शिविरों पर 1000 किलोग्राम बम गिराए। इस घटना की समीक्षा लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। उधर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भारतीय सेना के प्रमुख विपिन रावत तथा भारतीय सेना के प्रमुख बीएस धनोआ के साथ सुरक्षा स्थितियों की समीक्षा कर रहे हैं। विदेश सचिव ने कहा कि भारत आतंकवाद से मुकाबले के लिए सभी तरह के कदम उठाने को तैयार है। मंगलवार को जो हमला हुआ वह आतंकी शिविरों निशाना बनाकर किया गया। गोखले के अनुसार सरकार के पास इस बात की सूचना थी कि जैश ए मोहम्मद के आतंकी भारत में दोबारा हमला करना चाहते हैं। विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने सख्त लहजे में कहा की जब जब पाकिस्तान ऐसा करेगा उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
देश के सभी राजनीतिक दलों ने इस कदम की सराहना की है। भाजपा नेता राम माधव ने कहा है कि पुलवामा हमले से दुखी सभी भारतीय इस हमले से बड़ा राहत महसूस कर रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि हम भारतीय वायु सेना को सलाम करते हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तो आईए एफ का नया नाम रखा "इंडियन अमेजिंग फोर्स।" केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भारतीय सेना की प्रशंसा करते हुए कहा है कि "यह मोदी का हिंदुस्तान है घर में घुसेगा भी और मारेगा भी। एक एक कतरा खून का हिसाब होगा यह तो शुरुआत है।" सरकारी सूत्रों ने बताया है इस हमले में बहुत लोग मारे गए हैं । मृतकों की संख्या 200 से 300 हो सकती है।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर में कहा कि नियंत्रण रेखा के पार जाकर हमला करना जरूरी था भारतीय सुरक्षा के लिए। उन्होंने कहा कि पूरा देश हमारी फौज के पीछे खड़ा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस स्थिति पर आपात बैठक बुलाई है। उधर पता चला है कि भारतीय हमले के पहले जैश ए मोहम्मद के नेताओं को शिविर से अलग कर दिया गया था। मौलाना मसूद अजहर के भाई अब्दुल रऊफ असगर को पंजाब भेज दिया गया था। हमले के बाद इंटर सर्विसेज के डायरेक्टर जनरल मेजर आसिफ गफूर ने कहा , भारतीय वायु सेना ने नियंत्रण रेखा को पार किया है और जैसे ही उसने पार किया पाकिस्तानी वायुसेना ने उसे जवाबी हमले के लिए ललकारा और भारतीय भारतीय वायु सेना विमान लौटते समय हड़बड़ी में बालाकोट के समीप चिकोटी पर बम गिरा गए।
विशेषज्ञों का मानना है की भारतीय वायुसेना ने आतंकी शिविरों पर हमला किया है। पाकिस्तान इस तरह नहीं कर सकता क्योंकि भारत के पास ऐसे कोई शिविर नहीं हैं। पाकिस्तान बेशक कह सकता है कि इन हमलों में कोई नहीं मरा और इस हमले को वह खारिज भी कर सकता है। लेकिन भारत सरकार इस हमले के सेटेलाइट चित्र जारी कर सकती है । या यह भी हो सकता है कि भविष्य में पाकिस्तान यह कहे इस हमले में बहुत नागरिक मारे गए।
हमले के बाद कश्मीर में भारी तनाव व्याप्त हो गया है और सब लोग डरे हुए हैं कि आगे क्या होगा। बात चल रही है कि यह सब यहीं खत्म हो जाए तो अच्छा है। दुश्मनी और नहीं बढ़ेगी । क्योंकि अगर युद्ध होता है तो दोनों तरफ से निर्दोष लोग मारे जाएंगे । उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर कहा कि कहीं दोनों परमाणु ताकतों के बीच युद्ध प्रारंभ न हो जाए। इस घटना के बाद कश्मीर घाटी में सैनिक बलों की एक सौ अतिरिक्त कंपनियां तैनात कर दी गई हैं।
हमले के बाद रुपए का भाव गिर गया है। खबरों के अनुसार 3 दिन में पहली बार इस तनाव के बाद रुपए का भाव 0.4 गिरकर प्रति डॉलर 71.2475 हो गया है, जबकि निफ़्टी 0.7% गिर गया।
इस हमले से पाकिस्तान सकते में है और वहां की सेना हैरत में है। क्या सचमुच भारत ऐसा कर सकता है। जैसा अमरीका ने पाकिस्तानी वायु सीमा में प्रवेश के लिए किया था । कुल मिलाकर पाकिस्तान में डर पैदा करने के लिए यह कदम उठाना बहुत जरूरी था और मोदी सरकार ने ऐसा करके यह बता दिया कि भारत हमले का जवाब दे सकता है।
सच पूछो ,तो शर में ही
बसती है दीप्ति विनय की ,
संधि वचन संपूज्य उसी का
जिसमें शक्ति विजय की
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