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Sunday, April 14, 2019

रखना इस देश को संभाल के 

रखना इस देश को संभाल के 

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को बंगाल में अपनी  चुनाव सभाओं में कहा की वह देशभर में नेशनल रजिस्टर आफ सिटीजंस (एनआरसी) लागू करेगी । उन्होंने दार्जिलिंग में भाषण देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनआरसी के बारे में झूठ फैला रही हैं। उन्होंने कहा कि हमने अपने चुनाव घोषणा पत्र वादा किया है कि अगर नरेंद्र मोदी के सरकार दोबारा बनती है देशभर में एनआरसी लागू किया जाएगा । उन्होंने कहा कि हम देश से हर घुसपैठिए को निकाल बाहर करेंगे , सभी हिंदू तथा बौद्ध शरणार्थियों की पड़ताल की जाएगी और उन्हें भारतीय नागरिकता दी जाएगी तथा देश में उन्हें जगह मिलेगी। असम में लागू नेशनल रजिस्टर आफ सिटीजंस का अर्थ है कि इसमें असम राज्य के सभी सही नागरिकों के नाम हैं। जिस दिन से यह रजिस्टर लागू हुआ उस दिन से यह अत्यंत विवादास्पद है। बहुत लोग यह कहते सुना जा रहे हैं कि उनके नाम नागरिकता की सूची से गलत ढंग से हटा दिए गए हैं। जबकि भाजपा प्रतिबद्ध है कि वह घुसपैठियों को निकाल बाहर करेगी । भाजपा के संकल्प पत्र में यह भी कहा गया है कि देश के अन्य भागों में चरणबद्ध तरीके से एनआरसी लाया जाएगा। अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की खिंचाई करते हो कहा कि वे और कांग्रेस आतंकवादियों पर कार्रवाई पर शोकाकुल हैं।  उनकी वोट बैंक पॉलिसी यह नहीं चाहती और उनके वोट बैंक पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई के विरोधी हैं। अमित शाह ने ममता बनर्जी की तुष्टीकरण की नीति पर सवाल उठाया और कहा यह लोग बालाकोट पर हमले का सबूत मांगते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि क्या वे नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला बातों से इत्तेफाक रखती हैं? उमर अब्दुल्ला ने कश्मीर के लिए अलग प्रधानमंत्री की मांग की थी। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस आज तुर्किस्तान ,माफिया और चिटफंड का पक्ष ले रही हैं। "आपको (ममता को) पाकिस्तान के साथ इलु इलु करना है तो कीजिए लेकिन अगर पाकिस्तान गोली मारेगा तो हम भी मारेंगे।"
       अमित शाह ने कहा कि भाजपा ने अपने चुनाव घोषणा पत्र वादा किया है कि गोरखा समुदाय को जनजाति का दर्जा दिया जाएगा। गोरखा समुदाय की वीरता और दार्जिलिंग उसकी संस्कृति तथा यहां का प्राकृतिक सौंदर्य दुनिया भर के पर्यटकों के लिए आकर्षण का कारण है । उन्होंने कहा कि अपने  घोषणापत्र में भाजपा ने वादा किया है कि वह दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र, सिलीगुड़ी ,तराई तथा डुआर्स क्षेत्र का स्थाई राजनीतिक समाधान तलाशने के लिए प्रतिबद्ध है। शाह ने यह भी कहा की अगर भाजपा सरकार केंद्र में आई वह धारा 370 समाप्त कर देगी। धारा 370 जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करती है। दार्जिलिंग लोकसभा चुनाव क्षेत्र में 18 अप्रैल को मतदान है और यहां से भाजपा के राज सिंह बिष्ट जोर आजमा रहे हैं।
         दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग में अपने भाषण के दौरान भूमि पुत्र का पत्ता फेंका । उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से यहां के भूमिपुत्र को चुनाव का टिकट दिया गया है। उन्होंने दिल्ली या मणिपुर से किसी को यहां नहीं पहुंचाया है। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या कभी भाजपा अध्यक्ष ने यहां तक की सड़क मार्ग से यात्रा की है ? क्या वे यहां की जगहों को जानते हैं ?वे हेलीकॉप्टर से आते हैं तथा भाषण देकर उड़ जाते हैं। भाजपा ने विगत 5 वर्षों में यहां के लिए क्या किया? अमित शाह एनआरसी के नाम पर सबको यहां से भगाना चाहते हैं । वह कौन होते हैं यह तय करने वाले कि कौन रहेगा या कौन जाएगा? असम में एनआरसी की सूची  से 40 लाख लोगों के नाम हटा दिए गए। उन्होंने गोरखा, बंगाली हिंदुओं, मुस्लिम, बिहारियों इत्यादि के नाम हटाए हैं । उनका उम्मीदवार मणिपुरी है और दिल्ली से आया है। ममत जी  ने कहा कि  यदि आप 5 वर्षों के लिए विदेशी हो जाते हैं तो सोच सकते हैं कि आपका भविष्य क्या होगा? यह जरूरी नहीं है कि आपको दोबारा नागरिकता प्राप्त हो जाए। ममता बनर्जी ने कहा कि वह भाजपा को पश्चिम बंगाल में एनआरसी नहीं लागू करने देंगी।
        इस दावे -प्रति दावे, आरोप-प्रत्यारोप के बीच जो सबसे महत्वपूर्ण तथ्य गुम हो गया है वह है कि देश में या कहें हमारे राष्ट्र में राष्ट्रीय एकता और सौहार्द का क्या होगा? राजनीति तथा सत्ता की शतरंज अपनी जगह पर है आम आदमी का जीवन अपनी जगह पर । सत्ता के खेल में यही जीवन सबसे ज्यादा प्रभावित होता है । अगर सचमुच देश भर में एनआरसी लागू हो गया तो  सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिन कैसे होंगे। इस देश को बचाना देश के निवासियों का कर्तव्य है। क्या विडंबना है कि यह सारी बातें तब सामने आ रहे हैं जब संजोग वश जलियांवाला बाग के 100 साल पूरे हुए हैं। जिस देश को स्वाधीनता दिलाने वाले आम लोगों ने गोलियों की परवाह न कर इंकलाब नारा बुलंद किया उस देश में यह क्या सब हो रहा है । राजनीति इस नए खेल से हमें सतर्क रहना होगा।

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