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Thursday, March 26, 2020

मदद का हाथ बढ़ाएं

मदद का हाथ बढ़ाएं 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चुनाव क्षेत्र वाराणसी की जनता को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। यह संबोधन राष्ट्रीय संबोधन के एक दिन पश्चात हुआ। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी के लोगों की धार्मिक भावनाओं को स्पर्श करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि महाभारत का युद्ध 18 दिनों में जीता गया था लेकिन कोरोनावायरस के खिलाफ युद्ध 21 दिनों तक चलेगा । उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का वही फार्मूला बताते हुए कहा कि बीमारी भेदभाव नहीं करती इसलिए एक दूसरे से दूर रहें । उन्होंने स्पष्ट कहा कि कौन क्या है और क्या करता है इन सब बातों पर मत सोचें, सोचें यह कि बीमारी कितनी भयानक है। कुछ लोग अपने कानों से सुनते हैं ,देखते हैं फिर भी सावधानी नहीं बरतते। वे समझते ही नहीं एक नागरिक के रूप में उनका क्या कर्तव्य है और उस कर्तव्य को पूरा करना है या नहीं करना है। घबराहट ना फैले इसके लिए प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित एक लाख लोग ठीक भी हो चुके हैं।
    डॉक्टरों से दुर्व्यवहार पर प्रधानमंत्री ने कहा, अस्पतालों और क्लीनिकों में सफेद कपड़े पहने लोग अभी हमारे लिए भगवान की तरह हैं। उनका सम्मान किया जाना चाहिए। इस महामारी से बचाने के लिए जो लोग लगे हैं उनके साथ दुर्व्यवहार करने वालों के प्रति  प्रशासन को  कठोर कदम उठाने के लिए कहा जा चुका है। यह डॉक्टर ,नर्स और सफाई कर्मी खुद को खतरे में डालकर हमारा जीवन बचा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने जोर देते हुए कहा यह वायरस ना हमारी संस्कृति मिटा सकता है और ना हमारे संस्कार । उन्होंने कहा कि आज नवरात्रि है और अगले ही दिन से आप 9 गरीब परिवारों की मदद कर सकते हैं। मां भगवती की इससे बड़ी कोई पूजा नहीं है। हमारे आसपास पशुओं की चिंता करें उनके लिए चारे का संकट है।
       प्रशासन ने भी इस संकट में अपनी भूमिका तय की है। भारत में संक्रमितों  की संख्या 600 पार कर चुकी है जिसमें 533 अभी संक्रमित हैं और 42 ठीक हो चुके हैं। इससे मरने वालों की संख्या 10 हो चुकी है। इस परिस्थिति में सरकार ने फैसला किया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन के फलस्वरूप आम लोगों को तकलीफ ना हो इसके लिए सरकार हर संभव प्रयास में जुटी है। इसी कड़ी में 80 करोड़ राशन लाभार्थियों को पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बुधवार से राशन की दुकानों के जरिए सब्सिडी प्राप्त खाद्यान्नों का मासिक कोटा 2 किलोग्राम से बढ़ाकर 7 किलोग्राम प्रति व्यक्ति कर दिया गया है। इस योजना में गेहूं दो रुपए किलो दो और चावल तीन रुपए किलो  दिया जाएगा।  इस उद्देश्य के लिए सभी राज्यों को कहा गया है कि वह केंद्र से खाद्यान्न ले लें। जहां तक देशव्यापी लॉक डाउन का प्रश्न है हमारे सिटी आफ जॉय में इसका असर तो पड़ा है लेकिन महानगर के कई बाजारों में खरीदारी करने वालों के बीच अफरातफरी की स्थिति रही। सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील के बावजूद सुबह शाम बाजार में उमड़ते देखे गए।
       यद्यपि प्रधानमंत्री ने 21 दिन की बात कही है लेकिन आर्गेनाइजेशन फॉर इकोनामिक कोऑपरेशन एंड डेवलपमेंट ओईसीडी ने चेतावनी दी है कि कोरोनावायरस महामारी से उबरने में विश्व को सालों लग जाएंगे । ओईसीडी के महासचिव एनकेल गुरिया के अनुसार कोरोना से लग रहा आर्थिक झटका किसी वित्तीय संकट से कहीं गंभीर है। उन्होंने कहा कि यह मानना सपने जैसा है कि दुनिया इस संकट से जल्दी ही उबर पाएगी। सभी सदस्य देशों से उन्होंने अपील की है कि वे अपने खर्च बढ़ाएं ताकि अधिक से अधिक  मरीजों के इलाज में जल्दी हो सके। उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति में मार्शल प्लान जैसा कुछ लागू करने की जरूरत पड़ सकती है, जिसकी मदद से दूसरे विश्व युद्ध के बाद यूरोप के पुनर्निर्माण मैं मदद मिली थी।
   बेशक प्रधानमंत्री को इसकी जानकारी होगी लेकिन उन्होंने देश का साहस बढ़ाने के लिए 21 दिनों की बात की है तथा उससे लोगों को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं । सबसे बड़ी बात है  कि  प्रधानमंत्री का यह प्रयास लोगों को स्वेच्छा से  लोकहित में कदम बढ़ाने के लिए प्रवृत्त करेगा और यह भारत जैसे देश के लिए आवश्यक है क्योंकि सरकार इतनी बड़ी आबादी की  जरूरतें पूरी नहीं  कर सकती है।


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