CLICK HERE FOR BLOGGER TEMPLATES AND MYSPACE LAYOUTS »

Friday, December 23, 2016

राहुल गांधी बोले तो....! !! !!!

राहुल गांधी बोले तो....! !! !!! 
कुछ दिनों से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी बोलते आ रहे  थे कि अगर उन्होंने मुंह खोला तो भूकंप आ जाएगा. कुछ साल पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी कहा था कि “ मेरी चुप्पी ने हजारों सवालों की आबरू रख ली.” वह वक्त दूसरा था और यह समर दूसरा है. इस बार राहुल के कथन से देश का राजनितिक माहौल गरम हो गया था. लोग सोचने लगे थे कि नोट बंदी की इस अफरा तफरी में आखिर राहुल जी क्ले हाथ कौन ऐसा तथ्य हाथ लग गया कि उसका जिओ९क्र करते ही एकदम जलजला आ जाएगा. बात यहीं तक होती तो गनीमत थी , इसके बाद उन्होंने कहा कि उनके पास ऐसे सबूटी हैं जिनके बिना पर प्रधानमन्त्री के भ्रष्टाचार में लिप्त होना साबित हो सकता है. वह तो अच्छा हुआ कि इसपर हलचल नहीं मची. संसद का सत्र बीत गया , उसमें कोई काम काज नहीं हुआ फकत शोर शराबा होता रहा. शोर मचाने के तरीकों को देख कर ही अंदाजा लगा जा सकता है कि हमारे माननीय “ कितने समझदार और जिम्मेदार हैं.” हमारे देश के राजनीतिज्ञों के दो ही शगल हैं एक शोर मचाना और दूसरा आरोप लगाना. संसद से चुनाव के मैदान तक शोर और आरोप के अलावा कुछ नहीं. संसद का सत्र बीता और हमारे संसद चुनावी जोश से भर गए. राहुल गाँधी ने गुजरात के मेहसाना में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी जी जब गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे तो उन्होंने बिरला और सहारा ग्रुप से रिश्वत ली थी जो करोडो में थी. उन्होंने सबूत के तौर पर मंच से ही कुछ कागजात भी लहराए. उद कागजात के अनुसार सहारा के अफसरों ने अक्टोबर 2013 से फ़रवरी 2014 के बीच 6 महीनो में नौ बार मोदी जी को 40 करोड़ रूपए  दिए हैं.  राहुल गाँधी ने जैसा कि बताया उसके अनुसार ये सारे कागजात आय कर विभाग के पास हैं.   राहुल गाँधी ने मंच से मांग की कि इस रिश्वतखोरी की स्वतंत्र जांच हो. राहुल गाँधी ने कहा कि जब मोदी जी वहां मुख्य मंत्री थे उसी दौरान उक्त कंपनी पर छपे भी मारे थे. आय कर विभागों के दस्तावेजों का हवाला देते हुए राहुल गाँधी ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी जी को बिरला समूह ने भी 12  करोड़ रूपए दिए थे.  मेहसाना भा जा पा का गढ़ है  और यहाँ आरोप लगा कर उन्होंने भा ज पा की दुखती राग पर हाथ रख दिया. 

इन्ही आरोपों की छाया में राहुल जी ने नोट बंदी का मामला भी उठाया. उन्होंने कहा कि मोदी जी को देश का हर आदमी बेईमान लगता है. इसीलिए वे सबके पैसे रोक रखे हैं या लाइन में खड़ा होने पर मजबूर कर रहे हैं. 

इस आरोप के बाद भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में तू तू – मैं मैं शुरू हो गयी. बुधवार को दिल्ली में केन्द्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने एक प्रेस कांफेरेंस में कहा कि ये आरोप गलत है और मोदी जी गंगा की तरह पवित्र हैं. गंगा कितनी पवित्र है यह हमारे पाठक जानते हैं पर “ कहावत तो कहावत है.“  रवि शंकर प्रसाद ने राहुल गाँधी पर पलटवार किया कि यह आरोप इस लिये लगा जा रहा है कि  अगस्ता मामले से ध्यान भटकाया जा सके. उन्होंने कहा कि अगस्ता मामले में कांग्रेसी नेताओं के साथ साथ “ परिवार” का भी नाम आ रहा है. परिवार से उनका इशारा गाँधी परिवार की ओर था. रवि शंकर प्रसाद ने “ सूप- चलानी” वाली स्टीले में कहा कि राहुल जी पर खुद नॅशनल हेराल्ड के 5000 करोड़ का मुकदमा चल रहा है और वे जमानत पर हैं और प्रधान मंत्री पर आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने घोटाले में धरती, आकाश, पातल  किसी को नहीं बख्शा है.   

 रविशंकर प्रसाद के “ गंगा की तरह पवित्र “  जुमले पर तंज करते हुए कहा रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कि “ गंगा तो मैली हो गयी है इसीलिए उसे साफ़ करने का अभियान चल रहा है.  दिल्ली मुक्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने इस मामले की जाँच कराने की मांग की  है. हालाँकि इन सबूतों के आधार पर एक मामला दायरा हुआ था पर अदालत ने इसे अपर्याप्त बता कर ख़ारिज कर दिया.    

अगर इन्ही सबूतों के आधार पर  राहुल गाँधी भूचाल लाने की बात कर रहे थे तो देश को उनकी समझ दारी के स्तर का अंदाजा हो गया होगा. राहुल जी जैसे महत्वपूर्ण आदमी को इस तरह के आरोप लगाने के पहले कुछ सोचना समझना चाहिए. उनकी बात में वजन होना चाहिए. 

0 comments: